रांची : देशभर में साइबर ठगी की घटनाएं बढ़ती ही जा रही है। इन साइबर अपराधों के पीछे छिपे ठग, किसी कोने से बैठकर साइबर ठगी करते हैं। ऐसी ही एक रिपोर्ट नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल (एनसीआरपी) ने साझा की है। इस रिपोर्ट के अनुसार देशभर के 74 जिलों को साइबर ठगी का हॉटस्पॉट बताया गया है। इनमें झारखंड का देवघर जिला तीसरे स्थान पर है।
बिहार- झारखंड के जिलों में सक्रिय ठग
साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं के बीच एनसीआरपी की एक रिपोर्ट से यह पता चला है कि देशभर के 74 जिलों में साइबर ठगी के हॉटस्पॉट मौजूद है। यह आंकड़ा 1 जनवरी से 4 मार्च 2025 तक के मध्य का है। जारी किए गए आंकड़े के अनुसार देश भर में ठगी की घटित घटनाओं में सर्वाधिक फोन कॉल इन्हीं 74 जिलों से लोगों के पास किए जाते हैं। इन 74 जिलों में झारखंड के 7 जिले और बिहार के 10 जिले शामिल है।
ये जिले हैं साइबर ठगी में पहले से पांचवें स्थान पर
साझा किए गए रिपोर्ट की लिस्ट के अनुसार देशभर में साइबर ठगी के मामले में हरियाणा का नूह जिला पहले स्थान पर है। वही दूसरे स्थान पर राजस्थान का डीग और अलवर जिला है। तीसरे स्थान पर झारखंड का देवघर है। चौथे स्थान पर राजस्थान का अलवर। पांचवें स्थान पर बिहार का नालंदा जिला शामिल है।
इन सभी जिलों में हजारों की संख्या में मोबाइल नंबर एक्टिव है, जिससे देशभर में साइबर ठगी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। हरियाणा के नूह में 4717, राजस्थान के डीग में 3463, झारखंड के देवघर में 2604, राजस्थान के अलवर में 2295, वहीं नालंदा जिले में 2087 मोबाइल नंबर सक्रिय है।
जामताड़ा से भागे ठग, अन्य जिलों में
देशभर में ऑनलाइन ठगी के लिए सर्वाधिक कुख्यात जामताड़ा जिला था। पुलिस और साइबर एक्सपर्ट के अनुसार जामताड़ा में लगातार कार्रवाई के बाद साइबर ठगों ने अपना ठिकाना बदल लिया। इसी वजह से अब जामताड़ा जिला इन 74 जिलों में साइबर ठगी के मामले में 14 वें नंबर पर खिसक कर आ गया है। झारखंड में इन जिलों के अलावा रांची, दुमका, धनबाद, गिरिडीह और हजारीबाग भी साइबर ठगों का नया और पसंदीदा ठिकाना बन चुके हैं। इन जिलों से बैठे-बैठे साइबर ठग, देशभर में साइबर ठगी की घटना को अंजाम देते हैं।