रांची : स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 शुरू हो गया है। ऐसा माना जा रहा है कि टीम आई और शहर में सरप्राइज विजिट कर चली गई। लेकिन, स्वच्छता सर्वे को लेकर इस बार रांची नगर निगम ने डॉक्यूमेंट में पूरी तैयारी कर रखी है। हालांकि कुछ जगहों पर इस बार भी रांची नगर निगम के नंबर स्वच्छता सर्वे में काटे जा सकते हैं। इसमें डोर टू डोर कलेक्शन एक बड़ा कारण हो सकता है। वहीं वेस्ट डिस्पोजल में भी कुछ नंबर कट सकते हैं। वेस्ट डिस्पोजल के लिए भले ही झिरी डंपिंग यार्ड में सीबीजी प्लांट तो लगा दिया गया है। लेकिन, नगर निगम उसे पर्याप्त गीला कचरा नहीं दे पा रहा है। ऐसे में कचरा वहीं डंप किया जा रहा है।
गार्बेज फ्री सिटी के लिए करनी होगी मेहनत
रांची नगर निगम का इलाका पहले से ही ओडीएफ है। इसके बाद निगम ने ओडीएफ प्लस के लिए भी तैयारी कर रखी है। लेकिन, गार्बेज फ्री सिटी के लिए रांची नगर निगम को और मेहनत करनी होगी। अब देखना होगा कि इस बार स्वच्छता सर्वे करने वाली एजेंसी के मानकों पर रांची नगर निगम कितना खरा उतरता है।
प्लांट के संचालन के लिए अपर्याप्त कचरा
नगर निगम के झिरी डंपिंग यार्ड में 1.5 टन प्रतिदिन क्षमता वाला सीबीजी प्लांट लगाया गया है। दूसरे प्लांट का काम भी पूरा होने को है। ऐसे में एक प्लांट के संचालन के लिए हर दिन 1.5 टन कचरा चाहिए। लेकिन, नगर निगम प्लांट के लिए 50 टन से ज्यादा गीला कचरा नहीं दे पा रहा है। ऐसे में प्लांट तो चल रहा है, लेकिन कम कचरे का डिस्पोजल हो रहा है। वहीं दूसरा प्लांट चालू होने के बाद भी निगम के पास देने के लिए पर्याप्त कचरा उपलब्ध नहीं होगा।
किस कैटेगरी में कितने मार्क्स
- विजिबल क्लीनलीनेस- 1500
- सेग्रीगेशन, कलेक्शन एंड ट्रांसपोर्ट आफ वेस्ट- 1000
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट- 1500
- एक्सेस टू सैनिटेशन- 1000
- यूज्ड वाटर मैनेजमेंट- 1000
- मेकेनाइजेशन आफ डेसलजिंग सर्विसेज- 500
- एडवोकेसी फॉर स्वच्छता- 1500
- ईकोसिस्टम स्ट्रेंथनिंग एंड इंस्टीट्यूशनल पारा मीटर्स- 1000
- ओवरआल वेलफेयर आफ सैनिटेशन वर्कर्स- 500
- सिटीजन फीडबैक एंड ग्रीवांस रिड्रेशल- 500
- गार्बेज फ्री सिटी- 1300
- ओडीएफ, ओडीएफ प्लस, ओडीएफ प्लस प्लस, वाटर प्लस- 1200