गया: बिहार के बोधगया स्थित महाबोधी मंदिर को उड़ाने की धमकी से सनसनी फैल गई है। इस धमकी के बाद मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता कर दिया गया है। धमकी का संबंध झारखंड के धनबाद से जुड़ा है, जहां कुख्यात अपराधी प्रिंस खान के द्वारा यह धमकी भरा पत्र भेजे जाने की जानकारी सामने आ रही है।
धनबाद से जुड़े अपराधी ने भेजी धमकी
मिली जानकारी के अनुसार, इस धमकी पत्र को आईएसआईएस के नाम से भेजा गया है। हालांकि, धमकी भेजने वाला व्यक्ति वर्तमान में दुबई में छुपा हुआ है। पत्र में महाबोधी मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गई है, जो एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय धरोहर स्थल है और विश्वभर में बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए श्रद्धा का केंद्र है।
पुलिस की छानबीन और जांच
महाबोधी मंदिर को मिली धमकी के बाद, बोधगया और धनबाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को बोधगया पुलिस की एक टीम धनबाद के बैंक मोड़ बासेपुर में कुख्यात अपराधी प्रिंस खान के घर पहुंची। हालांकि, जांच में यह खुलासा हुआ कि प्रिंस खान वर्तमान में दुबई में छुपा हुआ है। इसके बावजूद, पुलिस ने धमकी के पीछे के असली चेहरे को पहचानने और मामले की गहरी छानबीन करने का काम जारी रखा है।
खुलकर बयान देने से बच रहे अधिकारी
गया के वरीय पुलिस अधिकारी इस मामले पर फिलहाल ज्यादा कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और सत्यापन के बाद ही कोई भी जानकारी दी जाएगी। मनोज कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, बोधगया ने कहा, “महाबोधी मंदिर को उड़ाने की धमकी की जांच हो रही है। हम मामले की पुष्टि कर रहे हैं, और सत्यापन के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
केंद्रीय एजेंसियों की भी नजर
धमकी के पत्र में आईएसआईएस का नाम जुड़ने से मामला और गंभीर हो गया है, और अब केंद्रीय एजेंसियों की भी नजर इस पर पड़ गई है। बिहार और झारखंड की पुलिस ने मिलकर इस धमकी की जांच में तेजी से काम किया है, ताकि किसी भी संभावित खतरनाक घटना से पहले उस पर नियंत्रण पाया जा सके।
महाबोधी मंदिर पर पहले भी हो चुके हैं हमले
महाबोधी मंदिर आतंकियों के निशाने पर पहले भी रहा है। वर्ष 2013 और 2018 में इस मंदिर पर आतंकवादी हमले हो चुके हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था की वजह से बड़े हादसे से बचा जा सका। इन हमलों के बाद से महाबोधी मंदिर की सुरक्षा में कई बदलाव किए गए थे, और अब इस धमकी के बाद सुरक्षा के इंतजाम और कड़े कर दिए गए हैं।
महाबोधी मंदिर को मिली धमकी से स्थानीय प्रशासन और पुलिस के लिए यह एक बड़ा सुरक्षा मुद्दा बन गया है। यह मामला न केवल बिहार और झारखंड की पुलिस बल्कि केंद्रीय एजेंसियों के लिए भी महत्वपूर्ण बन गया है, क्योंकि इसमें आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठन का नाम जुड़ा है। पुलिस इस धमकी के पीछे की वास्तविकता को जानने और उसे जल्दी से हल करने की कोशिश कर रही है, ताकि इस ऐतिहासिक धरोहर की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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