उज्जैन : महाकाल की नगरी में शर्मशार कर देने वाली घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है। जो एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर है। पुलिस की मानें तो आरोपी का नाम भरत सोनी है और जब फोरेंसिक जांच के लिए उसे घटनास्थल पर ले जाया गया, तो उसने हिरासत से भागने की कोशिश की। पुलिस की धरपकड़ में घायल हो गया है। ऐसे में उसे प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इसके साथ ही तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
आईजी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि पिछले 72 घंटों के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पांच ऑटो चालकों को हिरासत में लिया जिसका नाम भरत सोनी है आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की, जिसने अपराध स्वीकार कर लिया है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और पीड़िता के खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए।
लड़की को लिफ्ट देने के बहाने ऑटो में बैठाया फिर की दरिंदगी:
आईजी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने तकनीकी सबूतों, विशेष रूप से विभिन्न क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला, क्योंकि नाबालिग लड़की बयान दर्ज कराने की हालत में नहीं थी। आईजी ने बताया कि, ‘आरोपी ने सोमवार सुबह नाबालिग लड़की को अकेला पाया और उसे लिफ्ट देने की पेशकश की। इसके बाद वह उसे एक सुनसान जगह पर ले गया। आरोपी ने जीवनखेड़ी गांव जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे वहीं छोड़कर भाग गया। बाद में एक अन्य ऑटो चालक ने पीड़िता को एक आवासीय कॉलोनी के पास छोड़ दिया।
आश्रम के पुजारी ने की पीड़िता की मदत:
पुलिस की मानें तो पीड़िता कर ढाई घंटे तक घर-घर जाकर मदद मांगती रही लेकिन मदत की जगह लोग उसे दुदकारते रहे, फिर एक आश्रम के सामने बेहोश हो गई। आश्रम के एक पुजारी की नजर उस पर पड़ी, तो उसने पीड़िता को कपड़े और खाना दिया। इसके बाद पुजारी राहुल शर्मा ने मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी।
सतना की रहने वाली है पीड़िता:
पीड़िता सतना के चेतपुरा गांव की रहने वाली है और 24 सितंबर को अपनी स्कूल ड्रेस में घर से लापता हो गई थी। वह ट्रेन से उज्जैन पहुंची और कई ऑटोरिक्शा चालकों से लिफ्ट मांगी, लेकिन उसे नहीं पता था कि कहां जाना है। इसके बाद वह आरोपी भरत सोनी के ऑटो में बैठ गई, जो उसे जीवनखेड़ी ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। मामले की जानकारी देते हुए आईजी सिंह ने बताया, ‘हमें एक ऑटोरिक्शा की पिछली सीट पर खून के धब्बे मिले और उसके मालिक राकेश मालवीय को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ में, हमने पाया कि उन्होंने पीड़िता को घायल अवस्था में पाया था और उसे लिफ्ट दी थी। हालांकि, मालवीय ने पुलिस को सूचना नहीं दी। ऐसे में मालवी से भी पूछताछ की जा रही है।
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मामले में राजनीति हुई तेज, कांग्रेस ने राज्य सरकार पर बोलो हमला:
वहीं इस दुष्कर्म मामले में राजनीति भी तेज हो गयी है। खासकर कांग्रेस राज्य की सत्ताधरी भाजपा सरकार पर हमलावर है। पार्टी के बड़े नेताओं में शामिल राहुल व प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस इसे चुनावी मुददा बनाने में जुटी है। प्रियंका गांधी ने कहा कि “भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, लेकिन मदद नहीं मिल सकी। ये है मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं है।