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Bihar Lightning Deaths : बिहार में भारी वज्रपात, जहानाबाद में खलिहान में लगी आग से मां, बाप और बेटी की दर्दनाक मौत

by Rakesh Pandey
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जहानाबाद : बिहार में एक बार फिर आकाशीय बिजली ने तबाही मचाई है। जहानाबाद जिले के शादीपुर गांव (बंसी प्रखंड) में सोमवार को वज्रपात से एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। पति-पत्नी और उनकी बेटी खेत में काम कर रहे थे, लेकिन तेज बारिश से बचने के लिए खलिहान में बने पुआल के ढेर के नीचे जा छिपे। तभी अचानक वज्रपात हुआ और वहीं आग लग गई, जिससे तीनों जिंदा जल गए।

वज्रपात की चपेट में आया पुआल, तीनों की मौत

जानकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान अवधेश यादव (55), राधिका देवी (50) और रिंकू (18) के रूप में हुई है। ये तीनों अपने खेत में चना की फसल काट रहे थे, लेकिन अचानक मौसम बिगड़ गया और बारिश शुरू हो गई। इससे बचने के लिए वे बगल में रखे पुआल के ढेर के नीचे शरण लिए। दुर्भाग्यवश, ठीक उसी स्थान पर वज्रपात हुआ, जिससे पुआल में आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि तीनों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई।

स्थानीय लोग हुए स्तब्ध, गांव में मातम

घटना की खबर मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। एक साथ तीन शवों को देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं और गांव भर में मातम छा गया। इस हृदय विदारक दृश्य ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।

बिहार में वज्रपात से अब तक 71 मौतें

बिहार में इस साल वज्रपात (आकाशीय बिजली) की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अब तक 71 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें नालंदा से सबसे ज्यादा 27 मौतें दर्ज की गई हैं। अन्य जिलों में मौतों का आंकड़ा इस प्रकार है:

दरभंगा – 6

बेगूसराय, भोजपुर – 5-5

मधुबनी, सहरसा – 4-4

जमुई, पटना, गया – 3-3

समस्तीपुर, औरंगाबाद – 2-2

अररिया, अरवल, मुजफ्फरपुर, जहानाबाद – 1-1

हालांकि, जहानाबाद में इस घटना के बाद मौतों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है।

सरकारी प्रतिक्रिया और मुआवजे की मांग

इस घटना पर अभी तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी या मंत्री का आधिकारिक बयान नहीं आया है। ग्रामीणों और परिजनों ने सरकार से त्वरित मुआवजा और मृतकों के परिवार को सहायता देने की मांग की है। राज्य सरकार की आपदा राहत योजना के तहत वज्रपात में मौत पर चार लाख रुपये मुआवजा का प्रावधान है, लेकिन समय पर सहायता न मिलने पर सवाल उठते रहे हैं।

बचाव के लिए क्या करें

वज्रपात के बढ़ते खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि

आंधी-बारिश के दौरान खुले स्थानों में न रहें।

पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे शरण न लें।

खेतों में काम करते समय मौसम की स्थिति पर नजर रखें।

सुरक्षित भवनों में शरण लें।

मोबाइल फोन और धातु के उपकरणों का उपयोग न करें।

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