बक्सर (बिहार): राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं की कड़ी में एक और सनसनीखेज वारदात सामने आई है। बक्सर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित पीसी कॉलेज के पास एक तिलक समारोह के दौरान दो गैंग के बीच जमकर फायरिंग हुई, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। घटना में एक युवक को गोली लगने की खबर है, जबकि पुलिस ने एक शूटर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
समारोह में दहशत का माहौल:
बताया जा रहा है कि तिलक समारोह में दोनों गैंग के सदस्य मौजूद थे। पहले किसी बात को लेकर कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच अंधाधुंध गोलियां चलने लगीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लगभग 22 राउंड फायरिंग की गई, जिससे समारोह में अफरा-तफरी मच गई।इस दौरान अभय कुमार श्रीवास्तव नामक युवक की जांघ में गोली लग गई। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायल को तुरंत विश्वामित्र अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है।
डॉक्टर ने ऑपरेशन कर निकाली गई गोली
घायल का इलाज कर रहे डॉक्टर राजीव झा ने जानकारी दी कि, “रात में एक युवक को गोली लगने की स्थिति में लाया गया था। जांघ में गोली फंसी हुई थी, जिसे ऑपरेशन कर निकाल दिया गया है। मरीज अब खतरे से बाहर है।”
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक शूटर को लिया हिरासत में
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। मुफस्सिल थाना के एसआई चंदन यादव ने बताया कि घटना में 5 से 7 राउंड गोली चलने की पुष्टि हुई है। एक युवक घायल है और विशाल श्रीवास्तव नामक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
हालांकि पुलिस अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं कर रही कि यह पूरी तरह से गैंगवार है। एसआई चंदन यादव के अनुसार, पीड़ित पक्ष की ओर से अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है, लेकिन मामला गंभीरता से जांचा जा रहा है।
प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड से जुड़ा है एक गैंग का नाम
इस घटना को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि फायरिंग में शामिल एक गैंग का नाम कुख्यात प्रॉपर्टी डीलर हृदय यादव हत्याकांड से भी जुड़ा हुआ है, जिससे मामले की संवेदनशीलता और बढ़ जाती है।
सवालों के घेरे में कानून-व्यवस्था
बिहार में अपराधियों के बढ़ते हौसले और खुलेआम फायरिंग की घटनाएं लगातार कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं। तिलक जैसे पारिवारिक और सामाजिक समारोह में इस तरह की हिंसा राज्य में आम लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर रही है।
जहां एक ओर सरकार अपराध नियंत्रण के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर जमीन पर कानून का डर अपराधियों के अंदर कम होता नजर आ रहा है। बक्सर की यह घटना इस बात का ज्वलंत उदाहरण है।