प्रयागराज: महाकुंभ के आयोजन के दौरान बढ़ते जाम और अव्यवस्था को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम प्रयागराज भेजी है। सोमवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 3 आईएएस और 25 पीसीएस अधिकारियों को महाकुंभ की व्यवस्थाओं में तैनाती के लिए आदेश जारी किए गए हैं। अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल द्वारा यह आदेश जारी किया गया है, जिसके तहत सभी अधिकारियों को तत्काल महाकुंभ में अपनी ड्यूटी जॉइन करनी होगी।
तीन IAS और 25 PCS की फौज
कुंभ मेला क्षेत्र में बढ़ती भीड़ और यातायात की समस्या के चलते तीर्थयात्री परेशान हैं, जिसके कारण विपक्ष भी सरकार पर आरोप लगा रहा है। इन हालातों से निपटने के लिए अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती की जा रही है। इन तीन अफसरों में राल्ला पल्ली जगत साईं (संयुक्त मजिस्ट्रेट, बाराबंकी), शाश्वत त्रिपुरारी (संयुक्त मजिस्ट्रेट, अलीगढ़) और के के किशोर (संयुक्त मजिस्ट्रेट, मेरठ) शामिल हैं।
40 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान
उत्तर प्रदेश के डीजीपी, प्रशांत कुमार ने महाकुंभ के आयोजन के दौरान यूपी पुलिस के अधिकारियों और जवानों की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 अब तक के सबसे बड़े श्रद्धालु समागम का गवाह बना है। इस आयोजन के दौरान 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पुण्य स्नान कर चुके हैं, और हर दिन लाखों लोग प्रयागराज आ रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि इस विशाल जन और वाहनों के प्रवाह को संभालना किसी भी प्रशासन या पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे कठिन चुनौती है।
अधिकारी दिन रात कर रहे मेहनत
उन्होंने पुलिस की कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि ‘इतनी विशाल मानव-आवाजाही और वाहनों के प्रवाह को प्रबंधित करना एक ऐतिहासिक कार्य है। यूपी पुलिस के हर सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक, सभी दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं।’
वहीं, डीजीपी ने ट्रैफिक जाम के मुद्दे पर कहा कि ‘प्रयागराज शहर और अंतर-जिलाई सीमाओं पर यातायात लगभग सामान्य हो चुका है, जो पुलिस के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है।’
महाकुंभ में बढ़ती भीड़ और जाम की समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को तैनात किया है। डीजीपी ने यूपी पुलिस के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह कार्य इतिहास रचने जैसा है।