Chakradharpur (Jharkhand) : दक्षिण-पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल में रविवार को ड्यूटी पर तैनात एक ट्रैक मेंटेनर की ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। यह हृदयविदारक हादसा गोइलकेरा और पोसैता रेलवे स्टेशन के बीच किलोमीटर 356/23-29 के पास कारों नदी पुल पर हुआ। मृतक की पहचान विक्की कुमार के रूप में हुई है, जो मनोहरपुर पीडब्ल्यूआई सेक्शन में कार्यरत थे।
मानसून पेट्रोलिंग के दौरान हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, विक्की कुमार रविवार को मानसून पेट्रोलिंग ड्यूटी पर थे और ट्रैक की निगरानी के लिए कारों नदी पुल क्षेत्र में तैनात थे। इसी दौरान अप लाइन पर तेज गति से आ रही हावड़ा-मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी, आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) और अन्य कर्मचारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
चक्रधरपुर रेल मंडल में शोक की लहर
विक्की कुमार मूल रूप से बिहार के गया जिले के रहने वाले थे और महज तीन महीने पहले चक्रधरपुर मंडल में योगदान दिया था। घटना की जानकारी परिजनों को दे दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर अस्पताल भेजा गया है। हादसे के बाद रेल मार्ग पर कुछ समय के लिए ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई थी।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद एक बार फिर रेलवे ट्रैक पर कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। कर्मचारियों के पास समय पर सूचना, चेतावनी प्रणाली और सुरक्षात्मक गियर की कमी जैसे मुद्दों पर चर्चा तेज हो गई है। कर्मचारियों का कहना है कि रेल प्रशासन द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है, जिससे जान जोखिम में पड़ रही है।
क्या कहता है रेल प्रशासन?
रेल अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच की जा रही है। साथ ही संबंधित विभाग को सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा करने और मानसून पेट्रोलिंग के दौरान सुरक्षा उपायों को कड़ा करने के निर्देश दिए गए हैं।
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