गोरखपुर : उत्तर प्रदेश सरकार का महत्वाकांक्षी गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे तैयार है, जो जल्द ही यात्रियों के लिए खुल जाएगा। फिलहाल, इस प्रोजेक्ट का 99% काम पूरा हो चुका है और शेष काम को जल्दी से पूरा करने के निर्देश मुख्य सचिव ने दिए हैं। इस एक्सप्रेस वे का निर्माण महाकुंभ के समापन तक पूरा होने की उम्मीद है। इस एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के बाद लखनऊ से गोरखपुर की यात्रा महज 3.5 घंटे में पूरी हो सकेगी।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे 91.35 किलोमीटर लंबा और चार लेन वाला है, जिसकी निर्माण लागत लगभग 5876 करोड़ रुपये रही है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ के लोगों को लखनऊ से सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करना है। इससे इन जिलों के निवासियों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि औद्योगिक, कृषि और पर्यटन क्षेत्रों में भी बढ़ावा मिलेगा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे जैतपुर (गोरखपुर) से शुरू होकर आजमगढ़ के सालारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जुड़ता है। पहले जनवरी में इसके उद्घाटन की योजना थी, लेकिन बेलघाट के पास सरयू नदी की धारा में बदलाव के कारण तारीख को आगे बढ़ाया गया। इस समस्या के समाधान के लिए सेतु निगम ने तीन स्तरीय सुरक्षा उपाय तैयार किए हैं। इसके लिए नदी में शीट पाइल की दीवार, टेक्सटाइल ट्यूब और ड्रेजर चैनल का निर्माण किया गया है। इन सुरक्षा उपायों पर 200 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च किए गए हैं।
इसके अलावा, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे पर दो यूटिलिटी सेंटर भी बनाए जा रहे हैं, जिनमें पेट्रोल पंप, सीएनजी पंप, होटल और वाहन मरम्मत की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस एक्सप्रेस वे के शुरू होने से यात्रा की सुविधा और सुरक्षा दोनों में सुधार होगा।