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Manipur : मणिपुर में बिहार के दो मजदूरों की गोली मारकर हत्या, अज्ञात हमलावरों ने दिया घटना को अंजाम

घटना के बाद सुरक्षा बलों ने काकचिंग और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। कंगपोकपी जिले में राइफल, गोला-बारूद सहित कई हथियार बरामद किए गए। इसके अलावा, थौबल जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक सशस्त्र उग्रवादी मारा गया और छह अन्य को गिरफ्तार किया गया।

by Rakesh Pandey
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इंफाल: मणिपुर के काकचिंग जिले में शनिवार की देर शाम एक घृणित वारदात को अंजाम दिया गया जब अज्ञात हथियारबंद हमलावरों ने बिहार के दो मजदूरों को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी मचा दी है। हत्याकांड के बाद पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

साइकिल चला रहे थे मजदूर, ताबड़तोड़ चली गोलियां

रिपोर्ट्स के मुताबिक देर शाम को काकचिंग-वबागई रोड पर केराक पंचायत कार्यालय के पास यह दुखद घटना हुई। बिहार के दो प्रवासी श्रमिक सुनालाल कुमार (18) और दशरथ कुमार (17), अपने कुछ साथियों के साथ साइकिल से जा रहे थे, तभी कुछ हथियारबंद हमलावरों ने उन पर गोलियां चला दीं। दोनों श्रमिकों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए, जबकि पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया।

बिहार के गोपालगंज के रहनेवाले थे मृतक

मृतक श्रमिकों की पहचान सुनालाल कुमार और दशरथ कुमार के रूप में हुई है। ये दोनों बिहार के गोपालगंज जिले के यादवपुर थाना क्षेत्र के राजवाही गांव के रहने वाले थे। वे मणिपुर के काकचिंग जिले में निर्माण कार्य में लगे हुए थे और वहीं किराए के मकान में रहते थे। दोनों का मणिपुर में काम करने के दौरान यह दुखद अंत हुआ।

हमलावरों का नहीं मिला कोई सुराग

पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और हमलावरों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की। हालांकि, इस घटना में अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने यह पुष्टि नहीं की है कि हमलावर कौन थे और उनका उद्देश्य क्या था। मणिपुर में पहले भी प्रवासी श्रमिकों पर हमले हो चुके हैं, लेकिन इस बार की घटना ने इलाके में सुरक्षा की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

तलाशी अभियान चला रहे सुरक्षा बल के जवान

घटना के बाद सुरक्षा बलों ने काकचिंग और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान कंगपोकपी जिले में एक .22 राइफल, एक .303 राइफल, 49 जिंदा राउंड और विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद सहित कई हथियार बरामद किए गए। इसके अलावा, थौबल जिले में मणिपुर पुलिस कमांडो और एक उग्रवादी समूह के बीच मुठभेड़ भी हुई। इस मुठभेड़ में एक सशस्त्र उग्रवादी मारा गया और छह अन्य को गिरफ्तार किया गया।

हथियार, गोला-बारूद और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद


इस मुठभेड़ में पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस दौरान उन्होंने उग्रवादियों से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की है और इस क्षेत्र में उग्रवादी गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

मणिपुर में बढ़ती हिंसा

यह घटना मणिपुर में हाल के महीनों में बढ़ रही हिंसा का हिस्सा है, खासकर प्रवासी मजदूरों पर हमलों की बढ़ती घटनाएं चिंताजनक हैं। राज्य में विभिन्न उग्रवादी समूह सक्रिय हैं, और इन घटनाओं ने आम नागरिकों के बीच भय का माहौल बना दिया है। मणिपुर की पुलिस और सुरक्षा बलों ने इन घटनाओं पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन स्थिति अभी भी काफी गंभीर बनी हुई है।

पुलिस और सुरक्षा बलों की भूमिका

मणिपुर पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करते हुए हमलावरों की तलाश तेज कर दी है। इसके अलावा, राज्य के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों द्वारा तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि इन हमलों को अंजाम देने वाले अपराधियों को पकड़ा जा सके और राज्य में शांति बहाल की जा सके।

मणिपुर में बिहार के दो मजदूरों की हत्या ने इस राज्य में सुरक्षा और प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना राज्य में बढ़ती हिंसा की ओर इशारा करती है और इसके लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। पुलिस और सुरक्षा बल इस घटना की जांच कर रहे हैं और जल्द ही हमलावरों को पकड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं, स्थानीय लोगों और श्रमिकों में डर और असुरक्षा का माहौल है, जिसे समाप्त करने के लिए राज्य सरकार और सुरक्षा बलों को और कठोर कदम उठाने की जरूरत है।

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