रांची : राजधानी रांची के हिंदीपीढ़ी थाना क्षेत्र के सेंट्रल स्टेट की रहने वाली दो सगी बहनें (20 साल की रहनुमा परवीन व 18 साल की अमरीन परवीन) को पुलिस ने कर्नाटक-केरल के बॉर्डर से बरामद कर लिया है। इस मामले में हिंदपीढ़ी थाना में अपहरण का मामला दर्ज कराया गया था। अपहरण की बात झूठ निकली। जानकारी के अनुसार, पुलिस की स्पेशल टीम इंडिगो की फ्लाइट से दोनों बहनों को लेकर गुरुवार की सुबह 9 बजे रांची पहुंच सकती है।
जांच में पता चला कि दोनों बहनें अपने प्रेमी के कहने पर फरार हुई थीं। दानों ने दो साल पहले ही अपने प्रेमी के साथ शादी रचा ली थी। फिर सही समय का इंतेजार किया। इसके बाद 11 जनवरी को मौका पाकर फरार हो गईं। पुलिस ने दोनों बहनें के प्रेमी को भी पकड़ा है। साथ ही दोनों बहनों को भगाने की घटना में शामिल एक युवक को भी पकड़ा है। अपहरण की कहानी बनाने के लिए एक ऑडियो भी वायरल किया गया था, जो जांच में फर्जी पाया गया। पुलिस के अनुसार, पूरी घटना को सोची-समझी रणनीति के तहत अंजाम दिया गया था। गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया जा सकता है।
पुलिस को मिले थे अहम सुराग
दोनों सगी बहनों के गायब होने पर उनके चाचा ने केस दर्ज कराया था। डीआईजी सह रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने गायब बहनों को ढूंढने के लिए एसआईटी का गठन किया था। एसआइटी में कोतवाली डीएसपी, सिटी डीएसपी के अलावा हिंदपीढ़ी, लोअर बाजार, कोतवाली, बीआईटी, पंडरा, पुंदाग, एससी-एसटी, खरसीदाग ओपी और खेलगांव ओपी प्रभारी को शामिल किया। कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में एसआईटी लगातार छापेमारी कर रही थी। जांच के दौरान दोनों बहनों का अंतिम लोकेशन ओरमांझी में पाया गया था। इसके आधार पर पुलिस ओरमांझी जाकर छानबीन भी की थी। कई सीसीटीवी फुटेज को खंगाल गया था। इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा युवकों को हिरासत में लिया था। पूछताछ में कई जानकारियां सामने आई थीं। इसके आधार पर पुलिस रांची पुलिस की एक टीम कर्नाटक गई थी। इसके बाद स्थानीय पुलिस की मदद से दोनों सगी बहनों को बरामद कर लिया गया है।
11 जनवरी से गायब थीं दोनों बहनें
गौरतलब है कि 11 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे दोनों बहनें कांटाटोली स्थित मंगल टावर जाने के लिए निकली थीं। दोनों को अपने आधार कार्ड में कुछ करेक्शन कराना था। लौटने के दौरान दोपहर 1.20 बजे एक बहन ने अपने चाचा को फोन कर बताया कि मेरा कल नहीं था मेरा रविवार जबरन उन्हें कहीं और ले जा रहा है। ऑटो चालक ने उनका पर्स और मोबाइल भी छीन लिया है। इसके बाद फोन कट गया। युवतियों के चाचा ने दोबारा कॉल बैक भी किया। लेकिन, फोन स्विच आफ बता रहा था।
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे मंत्री इरफान अंसारी
मंगलवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी लापता सगी बहनों के घर पहुंचे थे। पीड़ित परिवार से मिलकर ढांढ़स बंधाया था। इरफान अंसारी ने पीड़ित परिवार को दोनों बहनों को 72 घंटे के अंदर ढूढ़कर वापस लाने का आश्वासन दिया था।