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उदयनिधि स्टालिन ने फिर दिया विवादित बयान, कहा- ‘मस्जिद तोड़कर बने मंदिर का समर्थन नहीं’

by Rakesh Pandey
Udhayanidhi Stalin
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पॉलिटिकल डेस्क : अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर में चल रहे प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को लेकर देश-दुनिया में लोगों के बीच उत्साह है। इसी कड़ी में तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और युवा मामलों के मंत्री हैं। इससे पहले उन्होंने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था। लेकिन, अब उन्होंने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दे दिया है। सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान पर उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ा है।

क्या कहा Udhayanidhi Stalin ने

अयोध्या में 22 जनवरी को श्री राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने जा रहा है। रामलला की मूर्ति स्थापित होने वाली है। इस भव्य, दिव्य, नव्य मंदिर को लेकर देश भर के श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। अयोध्या ही नहीं, पूरे देश में उत्सव-सा माहौल है। खासकर अयोध्या में बड़े स्तर पर समारोह की तैयारी की जा रही है। लेकिन, इस बीच कुछ राजनीतिक पार्टियां राजनीति करने से बाज नहीं आ रही। ये दल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सवाल उठा रहे हैं।

तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा है कि हम या हमारी पार्टी के नेता किसी भी मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं, हां लेकिन हम उस स्थान पर मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते हैं, जहां एक मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि हम किसी भी मंदिर के विरोधी नहीं हैं, लेकिन जहां पहले मस्जिद थी, उसे ध्वस्त करके जो मंदिर बनाया गया है, उसका समर्थन नहीं कर सकते। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने ये भी कहा कि जैसा कि हमारे नेता ने कहा था कि धर्म और राजनीति को न मिलाएं। हम अब भी इस पर कायम हैं।

पहले भी सनातन धर्म पर दे चुके हैं विवादित बयान

आपको बता दें इससे पहले युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने दो सितंबर को एक समारोह के दौरान सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने एक समारोह के दौरान सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया, कोरोना जैसी महामारियों से जोड़ा था। उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया और कोरोना की तरह है, जिसका महज विरोध नहीं किया जा सकता बल्कि इसे खत्म किया जाना चाहिए।

13 फरवरी को अदालत में पेश होने का आदेश

बीजेपी नेताओं ने उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान पर तीखा हमला किया था। मामला पटना हाईकोर्ट भी पहुंचा। उदयनिधि स्टालिन की विवादित टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया। इसको लेकर पटना की एमपी/एमएलए अदालत ने इसी सोमवार को संज्ञान पत्र जारी किया है। अदालत ने उदयनिधि को 13 फरवरी को अदालत में उपस्थित होने का आदेश दिया है।

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