रांची : आयुष्मान भारत योजना लोगों के लिए इलाज में वरदान साबित हो रही है। लेकिन जानकारी नहीं होने के कारण लोग मरीज को लेकर हॉस्पिटल तो पहुंच जाते है। लेकिन आयुष्मान योजना से इलाज नहीं होता। ऐसे में उन्हें हॉस्पिटल का भारी भरकम बिल भरना पड़ता है। लेकिन अब आपको इसके लिए टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। कुछ नंबरों पर कॉल कर आयुष्मान योजना से जुड़े हॉस्पिटलों और वहां मिलने वाली इलाज की सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। जिससे कि लोगों को हॉस्पिटल दर हॉस्पिटल की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। वहीं हॉस्पिटल का बिल भरने की टेंशन नहीं होगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जिसे डायल करते ही आयुष्मान से जुड़ी आपकी हर समस्या का समाधान हो जाएगा।
झारखंड से योजना की हुई थी शुरुआत
आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा झारखंड से शुरू की गई थी। अब आम जनता के लिए और भी अधिक सुगम हो गई है। यदि आपके पास आयुष्मान कार्ड है और आप सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराने के लिए कंफ्यूज हैं, तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार ने एक हेल्पलाइन सेवा शुरू की है। जिसके जरिए आप आयुष्मान योजना से जुड़ी हर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यह जान सकते हैं कि आपके नजदीकी हॉस्पिटल में कौन सी बीमारियों का इलाज उपलब्ध है।
शिकायत भी करा सकते हैं दर्ज
स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान योजना के तहत इलाज के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जिन पर कॉल करके लोग इस योजना के तहत इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। ये हेल्पलाइन नंबर 104, 14555 और 18003456540 है। इसके अलावा इन नंबरों पर कॉल करने से न केवल आपको इलाज की जानकारी मिलेगी, बल्कि आप अपनी शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं। इस तरह से हेल्पलाइन नंबर पर समस्याओं का समाधान भी किया जा सकेगा।
कई हॉस्पिटल को किया गया बाहर
राज्यभर में कई अस्पतालों को आयुष्मान योजना के तहत इंपैनल किया गया था, जहां मरीजों का इलाज किया जा रहा था। लेकिन लापरवाही बरतने वाले हॉस्पिटलों पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए उन अस्पतालों को इंपैनलमेंट से बाहर कर दिया है। वहीं, कुछ अस्पताल ऐसे भी हैं जिन्होंने कुछ विशेष बीमारियों के इलाज के लिए पैकेज लिया है, परंतु मरीजों को इन पैकेजों के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाती। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई है। झारखंड में आयुष्मान कार्ड धारकों की संख्या अब सवा करोड़ को पार कर चुकी है।
झारखंड में लाखों लोगों को इस योजना का लाभ मिल चुका है और करोड़ों रुपये का क्लेम किया जा चुका है। बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत, लाभार्थियों को हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया जाता है। इसके लिए न तो किसी भी अस्पताल में कोई भुगतान करना पड़ता है, न ही कोई राशि एडवांस जमा करना है। बस हॉस्पिटल में आपको आयुष्मान भारत कार्ड दिखाना है। वहीं जिनके पास कार्ड नहीं है तो वे हॉस्पिटल में आयुष्मान काउंटर से राशन कार्ड की मदद से आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।