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केरल में जमीन के नीचे से हो रहे धमाके, दहशत के बीच 280 लोग भेजे गए सुरक्षित स्थान पर

केरल के अनाकल्लु गांव से विस्फोट की आवाजें आने से लोग भयभीत हो गए। एक के बाद एक धमाकेदार आवाजें सुनकर ग्रामीणों ने प्रशासन से शिकायत की। इसके बाद केरल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण औऱ जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची।

by Reeta Rai Sagar
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सेंट्रल डेस्क: बीते 29 अक्तूबर से केरल के अन्नाकल्लु गांव में जमीन के नीचे से धमाके की आवाजें आ रही है। साथ ही जमीन के नीचे कंपन भी महसूस हो रहा है। इस घटना के बाद से ग्रामीण सहमे हुए हैं। प्रशासन से सक्रियता दिखाई और 300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया। प्रशासन औऱ वैज्ञानिकों ने जांच में बताया कि यह एक प्राकृतिक घटना है। भूमिगत दबाव की वजह से ऐसा हो रहा है।

मालाप्पुरम जिले में घटना से लोग हैरान

केरल के मालाप्पुरम जिले में हुई इस घटना से लोग हैरान है। 17,18 औऱ 29 अक्टूबर को अनाकल्लु गांव से विस्फोट की आवाजें आई, जिससे भयभीत होकर और धमाकेदार आवाजें सुनकर ग्रामीणों ने प्रशासन से शिकायत की। इसके बाद केरल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण औऱ जिला प्रशासन की टीमें जांच के लिए मौके पर पहुंची।

वैज्ञानिक जांच में बताया गया कारण

जांच के बाद जियोलॉजिस्ट और डिस्ट्रिक्ट हजार्ड एनालिस्ट ने पाया कि ब्लास्ट की आवाजें पत्थरों के रगड़ने से आ रही थी और इसी के कारण हल्के झटके भी महसूस किए जा रहे थे। वास्तव में यह घटना जमीन के क्रस्ट में पत्थरों में उत्पन्न होने वाले घर्षण औऱ दरारों के कारण हुई थी। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस तरह की आवाजें औऱ कंपन नेचुरल एक्शन का हिस्सा है, जो दबाव के कारण होती है।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

हालांकि यह पहली बार नहीं है जब केरल में इस तरह की आवाजें सुनाई दी हो। पहले भी कई अन्य इलाकों में ऐसी घटनाओं की खबर आती रही हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे घबराने वाली कोई बात नहीं है। घर्षण और टकराव की घटना सामान्य होती है। कई बार ऐसा भूमिगत जल के सूखने या हवा के दबाव में बदलाव के कारण भी हो सकता है।

दो किलोमीटर तक महसूस किए गए झटके

29 अक्तूबर को 9.15 बजे से लेकर 10.45 बजे तक हल्के झटके महसूस हुए, जो कि 2 किलोमीटर के भीतर तक सुनाई दे रही थी। इस हादसे से कई घरों की दीवारों में दरारें भी आ गई। इससे आम रहवासी चिंतित हो गए। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है। केएसडीएमए ने साफ किया है कि जिन घरों में दरारें आई है, वो पुरानी और कमजोर थी। सरकार ने प्रभावित इलाकों में आवश्यक मरम्मत का भी आश्वासन दिया है।

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