बलिया : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में स्वास्थ्य केंद्रों पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने के आरोप में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी कि इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है।
फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने वाले आरोपी
पुलिस के अनुसार, जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. विजय पति द्विवेदी की शिकायत पर बलिया शहर कोतवाली में शनिवार रात को विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों में चंद्रा, गीता यादव, उपेन्द्र, जितेंद्र यादव, संतोष कुमार, अनिल कुमार, अजय कुमार, विकास यादव, आशीष कुमार सिंह, अनिल, संदीप कुमार, शिवम यादव, विवेक कुमार, अंकित कुमार और राहुल नामक लोग शामिल हैं। ये सभी बलिया जिले के रहने वाले हैं और प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्टाफ नर्स के पद पर तैनात थे।
सीएमओ ने की गंभीरता से जांच की पहल
सीएमओ डॉ. विजय पति द्विवेदी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर कुछ कर्मचारी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर काम कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक सात सदस्यीय जांच टीम बनाई, जिसने मामले की जांच की। जांच में फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद, तीन अक्टूबर 2024 को इन कर्मचारियों को काम से हटा दिया गया और उनके वेतन पर रोक लगा दी गई। इसके साथ ही इनके नियुक्ति संबंधी दस्तावेजों का सत्यापन भी किया गया। सीएमओ ने बताया कि दस्तावेजों की जांच के बाद स्वास्थ्य निदेशालय ने पुष्टि की कि ये नियुक्तियां अवैध थीं और अब इस मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है।