लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित की जा रही सिपाही भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा (Physical Efficiency Test – PET) 10 फरवरी से शुरू हो रही है। इस परीक्षा का आयोजन प्रदेश की सबसे बड़ी भर्ती के तौर पर किया जा रहा है, जिसमें लाखों उम्मीदवारों की सहभागिता हो रही है। इस परीक्षा के पहले चरण के लिए प्रवेश पत्र 3 फरवरी से वेबसाइट पर उपलब्ध हैं और दूसरे चरण के लिए 10 फरवरी से प्रवेश पत्र डाउनलोड किए जा सकेंगे।
परीक्षा से संबंधित अहम जानकारी
डीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि प्रवेश पत्र बिना किसी समस्या के uppbpb.gov.in वेबसाइट से डाउनलोड किए जा रहे हैं। अगर किसी उम्मीदवार को प्रवेश पत्र डाउनलोड करने में कठिनाई होती है, तो वह हेल्पलाइन नंबर 8867786192 पर संपर्क कर सकता है।
शारीरिक दक्षता परीक्षा के नियम
UP Police Constable PET में भाग लेने के लिए उम्मीदवारों को पहले DV/ PST (Document Verification/Physical Standard Test) में सफल होना जरूरी है।
- पुरुष उम्मीदवारों को 25 मिनट में 4.8 किमी की दौड़ पूरी करनी होगी।
- महिला उम्मीदवारों को 14 मिनट में 2.4 किमी दौड़ पूरी करनी होगी।
इस भर्ती प्रक्रिया में करीब 48 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से लगभग 32 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी।
दौड़ परीक्षा के आयोजन स्थल
दौड़ परीक्षा का आयोजन प्रदेश की विभिन्न पीएसी वाहिनियों में किया जाएगा, जिनमें अलीगढ़, फतेहपुर, बरेली, मुरादाबाद, गोरखपुर, कानपुर, झांसी, लखनऊ, मेरठ, गाजियाबाद, आजमगढ़ और मिर्जापुर जैसे स्थान शामिल हैं।
घड़ी पहनने की शर्त
उम्मीदवारों द्वारा कलाई घड़ी पहनने की मांग की गई थी, लेकिन यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने पीईटी के दौरान किसी भी प्रकार की कलाई घड़ी पहनने पर रोक लगा दी है। बोर्ड ने यह निर्णय लिया कि पीईटी स्थल पर डिजिटल घड़ी का प्रबंध किया जाएगा, ताकि उम्मीदवारों को समय की जानकारी मिल सके।
प्रदेश की सबसे बड़ी भर्ती प्रक्रिया
यह भर्ती प्रक्रिया प्रदेश की सबसे बड़ी सीधी भर्ती है, जिसमें कुल 60,244 सिपाही पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। सफल उम्मीदवारों को 9 महीने की सामूहिक ट्रेनिंग दी जाएगी। इस प्रक्रिया का अंतिम चरण सफलता पूर्वक पूरा होने के बाद उम्मीदवारों का चरित्र सत्यापन उनके गृह जिलों से किया जाएगा। इसके बाद एक महीने की प्रारंभिक ट्रेनिंग (जेटीसी) सभी 75 जिलों में होगी, और फिर 9 महीने की आधारभूत ट्रेनिंग अन्य केंद्रों पर कराई जाएगी।