लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों (एडेड स्कूलों) में तैनात शिक्षकों के लिए तबादले (UP Teachers Transfer) की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। खासतौर पर उन शिक्षकों के लिए यह राहत की खबर है, जिन्होंने ऑफलाइन माध्यम से तबादले के लिए आवेदन किया था। शुक्रवार को प्रदेश भर से लगभग 1000 शिक्षक-शिक्षिकाएं लखनऊ के पार्क रोड स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशक के शिविर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे।
धरने के दौरान माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि जैसे ही माध्यमिक शिक्षा मंत्री दिल्ली स्थित एम्स से इलाज कराकर लौटेंगी, तबादले की प्रक्रिया को प्राथमिकता से शुरू किया जाएगा।
हजारों शिक्षकों ने अपने तबादले के लिए जमा किए थे ऑफलाइन आवेदन
धरने में शामिल शिक्षक नेताओं ने बताया कि इस वर्ष हजारों शिक्षकों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशालय, प्रयागराज में अपने तबादले के लिए ऑफलाइन आवेदन जमा किए थे। शासन ने 7 जून 2025 को आदेश जारी कर यह स्पष्ट किया था कि सभी तबादले मंत्री की अनुमति के बाद ही किए जाएंगे। लेकिन शिक्षा मंत्री की अस्वस्थता और अस्पताल में भर्ती होने की वजह से पूरी प्रक्रिया अस्थायी रूप से रोक दी गई, जिससे नाराज होकर शिक्षकों ने धरने का निर्णय लिया।
इस बीच एमएलसी एवं शिक्षक नेता ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने सुझाव दिया कि मंत्री की अनुपस्थिति में शिक्षा निदेशक से ही लिखित आश्वासन लिया जाए, जिससे प्रक्रिया में और देरी न हो। इस सुझाव पर शिक्षक सहमत हुए और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी ने शिक्षा निदेशक से मिलकर लिखित आश्वासन प्राप्त किया।
1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त करीब 250 शिक्षकों के लंबित तबादला मामलों के शीघ्र समाधान की उठी मांग
धरने में शिक्षक नेताओं ने यह भी मांग की कि 1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त करीब 250 शिक्षकों के लंबित तबादला मामलों का भी शीघ्र समाधान किया जाए। शिक्षा निदेशक ने इस मांग पर भी सकारात्मक रुख अपनाते हुए जल्द निपटान का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री नरेंद्र कुमार वर्मा ने किया। शिक्षकों को उम्मीद है कि मंत्री के लौटते ही तबादले की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी और वर्षों से स्थानांतरण का इंतजार कर रहे शिक्षकों को राहत मिलेगी।