स्पेशल डेस्क, पटना : जनता दल यू से अलग होकर एक बार फिर नई पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पुरानी पार्टी और नेता नीतीश कुमार पर बड़ा राजनीतिक हमला बोला है। उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया है कि जनता दल यू डूबता हुआ जहाज है। पार्टी के कई मंत्री, विधायक और बड़े नेता मौजूदा समय में अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। राजनीति करने के लिए वह दूसरे दलों के लगातार संपर्क में हैं।
आने वाले दिनों में पार्टी के कई बड़े नेता नीतीश कुमार का साथ छोड़ सकते हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने एक राष्ट्रीय मीडिया समूह को दिए गए साक्षात्कार में यह दावा किया है।
अपनी सीट को लेकर क्या बोले उपेंद्र कुशवाहा
साक्षात्कार के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया कि वह मौजूदा एनडीए गठबंधन में रहते हुए कम से कम 3 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। यह कौन-कौन सी सीटें होंगी, अभी इस पर कोई बातचीत नहीं हुई है। इससे पूर्व में एनडीए में रहते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
बाद में वह एनडीए से अलग हो गए थे। कुछ समय बाद वह एक बार फिर नीतीश कुमार के साथ चले गए थे। हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल का गठन किया है। वह पार्टी के साथ एनडीए का हिस्सा बन गए हैं।
मुकेश सहनी, चिराग और पशुपति को लेकर क्या बोले कुशवाहा
अपने साक्षात्कार के दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने मुकेश सहनी, चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस को लेकर पूछे गए अलग-अलग सवालों के भी जवाब दिए। उन्होंने कहा कि सब लोग अपने-अपने तरीके से राजनीति कर रहे हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि फिलहाल दो तरफ ही वोट पड़ेंगे। वैसे में यह आपको तय करना है कि आप कहां रहना चाहते हैं।
फिलहाल तीसरा कोई विकल्प दिखाई नहीं देता। मुकेश को लेकर कहा कि वह अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। चिराग और पशुपति के विवाद पर उन्होंने कहा कि दोनों रामविलास पासवान जी के परिवार का हिस्सा हैं। वह चाहेंगे कि दोनों के बीच विवाद खत्म हो और वह साथ आएं।
नीतीश कुमार को लेकर बोला हमला, बिहार की राजनीति को लेकर की बड़ी भविष्यवाणी
साक्षात्कार के दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर बड़ा राजनीतिक हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार की जिस विरासत को बचाने के लिए जनता ने नीतीश कुमार को वोट दिया था, आज वह खुद डुबाने में लगे हुए हैं। आज वह ऐसे लोगों के साथ खड़े हैं, जिनके विरोध में जनता ने उन्हें चुना था। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल बिहार में मध्यावधि चुनाव होने के कोई आसार नहीं है।
लालू प्रसाद और तेजस्वी को लेकर उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद चाहते हैं कि किसी तरह उनका बेटा 1 साल के लिए बिहार का मुख्यमंत्री बन जाए। क्योंकि उन्हें पता है कि राजद अपने भरोसे तेजस्वी यादव को सीएम नहीं बना सकेगी। उन्होंने यह भी दावा किया है लालू और नीतीश का मौजूदा गठबंधन 2015 के गठबंधन से अलग है।