- जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी का द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित
- 32 छात्राओं को मिला गोल्ड मेडल, शौमिनी दास को विशेष सम्मान,
- मुस्कान महतो ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट, राज्यपाल ने किया फूलो झानो गर्ल्स हॉस्टल और सीनेट हॉल का उद्घाटन
जमशेदपुर : उपाधि धारक बेटियों… आप सदा याद रखें कि पेशेवर दुनिया में प्रवेश करते समय अपना रास्ता समझदारी से चुनें और अनुशासन बनाये रखें। खुद पर विश्वस रखें और चुनौतियों को विकास के अवसर के रूप में देखें। आपने इस विश्वविद्यालय में जो मूल्य सीखें हैं, वे भविष्य में आपका मार्गदर्शन करेंगे। आपकी क्षमताएं असीमित हैं। यदि आप अपने ज्ञान, परिश्रम व आत्मविश्वविस का पूरा उपयोग करें, तो कोई भी बाधा आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है। अपनी प्रतिभा व दृढ़संकल्प को सफलता के लिए प्रेरक शक्ति बनने दें। ऐसा करके आप न सिर्फ अपना और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगी, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करेंगी। साथ ही औद्योगिक नगरी जमशेदपुर की छवि पूरे देश में महिला शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में स्थापित कर सकती हैं। यह बात झारखंड के राज्यपाल सह विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष गंगवार ने छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए कही। वह मनंगलवार को जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के एग्रिको कैंपस में द्वितीय दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
अब महिलाएं पारंपरिक भूमिकाओं तक ही सीमित नहीं
राज्यपाल गंगवार ने कहा कि आज हमारे देश में विभिन्न क्षेत्रों में महिलाएं उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। अब वे दिन गये, जब महिलाएं पारंपरिक भूमिकाओं तक ही सीमित थीं। अब महिलाएं डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, शिक्षक, प्रशासक व एथलीट के रूप में उत्कृष्टता हासिल कर रही हैं।

नेल्सन मंडेला व बाबा साहेब आम्बेडकर के कथन
राज्यपाल संतोष गंगवार ने नेल्सन मंडेला के कथन को दोहराते हुए कहा-शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है और इससे आप दुनिया को बदल सकते हैं। साथ ही कहा कि बाबा साहेब भीम राव आम्बेडकर ने इस समाज की प्रगति को महिला की प्रगति से मापने की बात की थी, यह अपने आप में देश के लिए सार्थक व सत्य है।
अन्य विश्वविद्यालयों का उदाहरण
राज्यपाल ने कहा कि हम अपनी बेटियों को शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए देख कर गौरवान्वित होते हैं। उन्होंने बताया कि आज जब मैं विभिन्न विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में जाता हूं, तो अक्सर देखता हूं कि पदक पाने वालों में छात्रों की बजाय छात्राओं की संख्या अधिक होती है। कहा जाता है कि जब बेटी पढ़ जाती है, तो अपने पूरे परिवार व समाज को शिक्षित करती है।
शिक्षकों को बधाई, छात्राओं समाज व राष्ट्र निर्माण में योगदान की सीख
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के शिक्षक भी बधाई के पात्र हैं, जिनके त्याग व परिश्रम का छात्राओं की उपलब्धि में अमूल्य योगदान है। राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि आज का प्रमाण पत्र केवल डिग्री नहीं बल्कि आपके ज्ञान, प्रतिबद्धता व उत्तरदायित्व का प्रमाण है। आपको अपनी शिक्षा का उपयोग समाज व राष्ट्र के निर्माण में करना है। बल्कि ज्ञान हासिल कर उसका उपयोग समाज व राष्ट्र के निर्माण में उपयोग करना है। ज्ञान व कौशल का उपयोग कर समाज के विकास में अपनी भूमिका निभानी है।

पूर्ववर्ती छात्राओं की सराहना
यह जान कर प्रसन्नता है कि कोल्हान में इस विश्वविद्यालय का विशेष स्थान है। एक इंटरमीडिएट कॉलेज के रूप में शुरुआत के साथ यह आज पूर्ण विश्वविद्यालय के रूप में विकसित होने तक यह संस्थान महिला सशक्तिकरण व बालिकाओं को उच्च शिक्षा हासिल करने में प्रेरित करने की दिशा में सार्थक भूमिका निभा रहा है। यहां की कई पूर्ववर्ती छात्राओं ने अपने ज्ञान, कौशल व परिश्रम से विभिन्न क्षेत्र में सफलता हासिल की है और देश का नाम रोशन किया है।
जेआरडी टाटा व रतन टाटा के योगदान की चर्चा
राज्य में महिलाओं की शिक्षा, उनकी सामाजिक व आर्थिक प्रगति आवश्यक है। इस दिशा में इस विश्वविद्यालय ने महत्वपूर्ण योगदान किया है। 1962 में महान दूरदर्शी व परोपकारी भारतरत्न जेआरडी टाटा ने शहर के मध्य हिस्से में इस विश्वविद्यालय (तत्कालीन कॉलेज) को वृहद मैदान व भवन के लिए भूखंड उपलब्ध कराया था। बुनियादी ढांचे के साथ ही कॉलेज ने अपने विकास का सफर शुरू किया। महिला शिक्षा के संबंध में वे महान व्यक्तित्व के रूप में याद किये जायेंगे। इस क्रम में उन्होंने उद्योग जगत के साथ ही शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान के लिए स्व. रतन टाटा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस विश्वविद्यालय को देश में शिक्षा आदर्श केंद्र बनायें
वैश्वीकरण के इस युग में हमारे विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को छात्राओं को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। हमारा उद्देश्य ऐसा माहौल बनाना होना चाहिए जहां, विश्वविद्यालय को हमारे राज्य व देशभर में छात्राओं की शिक्षा के लिए एक आदर्श केंद्र के रूप में जाना जाये। इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तिकरण व शिक्षा को नई ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य किया है। इस योजना सहज शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित व उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित भी किया है।
गर्ल्स हॉस्टल एवं सीनेट हॉल का उद्घाटन
इससे पूर्व राज्यपाल श्री गंगवार ने यूनिवर्सिटी परिसर में गर्ल्स हॉस्टल एवं सीनेट हॉल का उद्घाटन किया। एकेडमिक प्रोसेसन के साथ राज्यपाल संतोष गंगावार को मंच पर लाया गया। इसमें विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता, कुलसचिव प्रो. राजेंद्र जायसवाल, विभिन्न संकायों के डीन व हेड शामिल थे। कुलपति ने रुद्राक्ष का पौधा व स्मृति चिह्न भेंट कर मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष गंगवार का स्वागत किया। तत्पश्चात राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह शुरू करने की विधिवत घोषणा की। इस दौरान राज्यपाल ने दीक्षांत पत्रिका का भी लोकार्पण किया।
यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस में शुरू होगा बी.टेक कोर्स
समारोह में कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता ने स्वागत भाषण करते हुए विश्वविद्याय की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस क्रम में उन्होंने विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न कोर्स व उनके परिणामों की चर्चा की। साथ ही बताया जल्द ही यहां कंप्यूटर साइंस में बी.टेक की पढ़ाई शुरू करने की योजना है। इसके साथ ही शैक्षणिक के अलावा सह-शैक्षणिक गतिविधियों व विभिन्न खेल, एनसीसी, एनएसएस में विश्वविद्यालय की छात्राओं की उपलब्धियों की चर्चा की। धन्यवाद ज्ञापन परीक्षा नियंत्रक डॉ रमा सुब्रह्मण्यम ने किया। समारोह में विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य समेत गणमान्य लोग उपस्थित थे।
अर्थशास्त्र टॉपर शौमिनी दास को स्व. डॉ रेखा झा स्मृति सम्मान
विश्वविद्यालय की अर्थशास्त्र विभाग की टॉपर छात्रा शौमिनी दास को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। इसके साथ ही उन्हें इस विभाग की टॉपर होने के नाते विशेष पुरस्कार के रूप में डॉ. रेखा झा स्मृति सम्मान प्रदान किया गया। यह सम्मान विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष रहीं स्व. डॉ. रेखा झा के पति वरुण झा की ओर से प्रदान किया गया। इस पुरस्कार के रूप में शौमिनी दास को गोल्ड मेडल एवं एक लाख रूपये का चेक देकर सम्मानित किया गया।

32 टॉपर छात्राओं गोल्ड मेडल, मुस्कान महतो ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट
समारोह में कुल 32 छात्राओं को उनके विषयवार प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर गणित विभाग की छात्रा मुस्कान महतो को ‘ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट’ का सम्मान दिया जाएगा, जो विश्वविद्यालय की सबसे उत्कृष्ट छात्रा के रूप में उभरी हैं।
स्नातक गोल्ड मेडलिस्ट (2021-24 बैच)
मानविकी संकाय : वर्षा प्रजापति (हिंदी)
सामाजिक विज्ञान संकाय : अर्पिता दत्ता (इतिहास)
विज्ञान संकाय : मुस्कान महतो (गणित)
वाणिज्य संकाय : प्रीति कुमारी (अकाउंट्स)
व्यावसायिक संकाय : रिया कुमारी सिंह (कंप्यूटर एप्लीकेशन)
स्नातकोत्तर, वोकेशनल, बीएड और एमएड गोल्ड मेडलिस्ट (2022-24 सत्र)
गौरी सतपथी (बांग्ला)
शौमिनी दास (अर्थशास्त्र)
रिया सिंह (अंग्रेजी)
नेहा कुमारी (हिंदी)
विनिता कुमारी (इतिहास)
प्रीति कुमारी (गृह विज्ञान)
शताब्दी चटर्जी (संगीत)
अंशिका कुमारी (दर्शनशास्त्र)
पामिका झा (राजनीति विज्ञान)
अंजलि कुमारी (मनोविज्ञान)
सीमा महतो (संस्कृत)
द्रक्षा रूमां (उर्दू)
मिली सन्यासी (योगा)
अंशु वर्मा (वाणिज्य)
सबिहा जरीना खानम (बायोटेक)
मिस्सी सलबा बोबोंगा (बॉटनी)
सुजाता लक्ष्मी सिंह (कैमिस्ट्री)
अमिषा प्रिया (मैथ्स)
अनुश्री प्रसाद (फिजिक्स)
सृष्टि लाल (जूलॉजी)
निशा कुमारी (एमबीए)
रजनी कुमारी (एमएलआईएससी)
मिलन जोशी (एमएड)
अंशु कुमारी (एमसीए)
प्रियंका भकत (बीएड)
इस अवसर पर जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल, एसएसपी किशोर कौशल, अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज सह डीएसपी अरुणा झा, वरुण झा, विभिन्न विभागों के अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, विश्वविद्यालय की डीएसडब्ल्यू डॉ. किश्वर आरा, कुलसचिव प्रो. राजेंद्र जायसवाल, मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार साहू , वित्त पदाधिकारी डॉ. जावेद अहमद, परीक्षा नियंत्रक डॉ. रमा सुब्रह्मण्यम, डीन डॉ दीपा शरण, विकास पदाधिकारी डॉ. सलोमी कुजूर, सीवीसी डॉ अन्नपूर्णा झा, डॉ. रिजवाना परवीन, डॉ. कामिनी कुमारी, डॉ. रत्ना मित्रा, डॉ पुष्पा कुमारी, डॉ ग्लोरिया पूर्ति, डॉ. रूपाली पात्रा, डॉ. अनामिका, अनीता शुक्ला, डॉ सोनाली सिंह, रिंकू सेन, जया लक्ष्मी, संकायाध्यक्ष व विभागाध्यक्ष समेत सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं व शिक्षकेतर कर्मचारी। मंच संचालन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. नूपुर अन्विता मिंज व अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. मनीषा टाइटस ने किया। डॉ. डी. पुष्पलता , श्रेया गुहा और अनमोल परी मिश्रा ने सह संचालक की भूमिका निभाई।