सेंट्रल डेस्क : INDIA गठबंधन का भविष्य खतरे में दिख रहा है। लगातार इस पर सहयोगी दलों के बयान आ चुके हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान बने इस गठबंधन पर खतरा मंडरा रहा है। समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल ने पहले ही अपना पक्ष रख दिया है। अब ताजा बयान इंडिया गठबंधन के सहयोगी जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का आया है।
क्या कहा था उमर अब्दुल्लाह ने
9 जनवरी को दिए अपने बयान में नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला का कहना है कि बदकिस्मती है कि इंडिया ब्ल़ॉक की कोई बैठक नहीं बुलाई जा रही है। इसलिए इसमें कोई क्लेयरिटी नहीं है, न ही लीडरशिप को लेकर और न ही एजेंडे को लेकर कोई स्पष्टता है। आगे हम रहेंगे या नहीं रहेंगे, इसे लेकर भी कोई क्लेयरिटी नहीं है। अच्छा होगा कि इंडिया ब्लॉक के तमाम हिस्सेदारों को बुलाया जाए और इस पर एक क्लेयरिटी हो। अगर यह सिर्फ पार्लियामेंट के लिए था, तो फिर इसे खत्म कर दीजिए… फिर हम अपना काम अलग से करेंगे और अगर यह पार्लियामेंट इलेक्शन के बाद असेंबली इलेक्शन के लिए भी है, तो फिर हमें मिलकर काम करना चाहिए।
सपा और राजद भी कर चुके है स्पष्ट
हालांकि उमर ने साफ किया कि इंडिया गठबंधन की शुरुआत केवल लोकसभा चुनाव के लिए नहीं हुआ था। इससे पहले सपा और राजद के खेमे से भी खबरें आईं, जिसके बाद से इंडिया गठबंधन को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। सपा ने खुलकर कहा कि वे दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का समर्थन करेंगे। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप और कांग्रेस आमने-सामने हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी साफ शब्दों में कहा कि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव तक के लिए ही था। तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने भी इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने की इच्छा व्यक्त की थी। हरियाणा में कांग्रेस और महाराष्ट्र में इंडिया ब्लॉक की करारी हार ने गठबंधन में सेंध लगा दी है।