Chaibasa (Jharkhand) पश्चिमी सिंहभूम जिले के लिए एक अच्छी खबर है! अब इस जिले में रक्त की कमी के कारण किसी भी जरूरतमंद मरीज की जान खतरे में नहीं पड़ेगी। सिविल सर्जन के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है, जिसके तहत जिले के सदर अस्पताल के नए भवन में प्रत्येक 15 दिनों के अंतराल पर नियमित रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. सुशांतो माझी ने इस नेक कदम की जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान का मुख्य लक्ष्य जिले में रक्त की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करना है। ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में किसी भी मरीज को रक्त की आवश्यकता पड़ने पर उसे आसानी से मिल सके और उसे रक्त की कमी का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही, इस पहल का उद्देश्य आम नागरिकों के बीच रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और समाज में मानवीय मूल्यों को और अधिक मजबूत करना भी है।
डॉ. माझी ने कहा कि रक्तदान एक अत्यंत पुण्य का कार्य है। यह न केवल किसी व्यक्ति के जीवन को बचाता है, बल्कि समाज में इंसानियत की भावना को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने चाईबासा और आसपास के क्षेत्रों के सभी नागरिकों, विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं और सरकारी कर्मचारियों से इस महत्वपूर्ण कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की है।
सिविल सर्जन ने रक्तदान के स्वास्थ्य संबंधी फायदों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नियमित रूप से रक्तदान करने से रक्तदाता के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।
यह रक्तदान शिविर प्रत्येक पखवाड़े के शनिवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजित किया जाएगा। इच्छुक रक्तदाताओं से विनम्र अनुरोध है कि वे अपना पहचान पत्र साथ लेकर आएं और मौके पर ही अपना पंजीकरण करवाएं। इस अभियान के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए रक्तदाता चाईबासा स्थित सिविल सर्जन कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। इस महत्वपूर्ण अभियान के माध्यम से जिला प्रशासन का यह दृढ़ संकल्प है कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में रक्त की कमी के कारण किसी भी अनमोल जिंदगी को खतरे में न पड़ने दिया जाए।