सेंट्रल डेस्क : किंगफिशर के मालिक और बिजनेसमैन विजय माल्या ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में किए गए दावों का विरोध किया है। माल्या ने वित्त मंत्री द्वारा दिए गए बयान के बदले सवाल किए है। उनका कहना है कि कर्ज से दोगुना कैसे वसूला गया।
विजय माल्या ने क्या कहा
विजय माल्या ने संसद में वित्त मंत्री द्वारा दिए गए बयान का जवाब देते हुए कहा कि कर्ज वसूली ट्रिब्यूनल ने केएफए के कर्ज पर 1200 करोड़ रुपये ब्याज समेत 6203 करोड़ रुपये की देनदारी का फैसला सुनाया था। वित्त मंत्री ने संसद में घोषणा की कि ईडी के माध्यम से, बैंकों ने 6203 करोड़ रुपये के कर्ज के खिलाफ मुझसे 14,131.60 करोड़ रुपये वसूले हैं और मैं अभी भी एक आर्थिक अपराधी हूं। जब तक ईडी और बैंक कानूनी रूप से यह साबित नहीं कर देते कि उन्होंने दोगुने से अधिक कर्ज मुझसे वापस कैसे लिया, मैं चैन से हूं।
बता दें कि बिजनेसमैन नीरव मोदी 2016 में भारत से भाग गए थे और अब ब्रिटेन में रह रहे हैं। 2019 में नीरव मोदी को फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर एक्ट के तहत भारत सरकार ने भगोड़ा घोषित कर दिया था। उनके प्रत्यर्पण का मामला ब्रिटेन की अदालतों में चल रहा है, जिससे भारत में उसकी कानूनी और वित्तीय स्थिति को लेकर जटिलताएं बढ़ गई हैं।
क्या कहा था वित्त मंत्री ने सदन में
संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूरक अनुदान मांग के जवाब में मनी लांड्रिंग और कालाधन कानून के साथ-साथ ED की कार्रवाई के फलस्वरूप बैंकों को वापस मिले धन का एक संक्षिप्त ब्यौरा दिया। वित्त मंत्री ने कहा था कि ED ने संपत्ति नीलामी और अन्य कार्रवाई द्वारा आर्थिक अपराधियों से लगभग 22 हजार 280 करोड़ रुपये की राशि वापस वसूलकर बैंकों को लौटाई है। इसमें विजय माल्या के 14,131 करोड़ रुपये और नीरव मोदी के 1,052 करोड़ रुपये की संपत्ति सरकारी बैंकों को सुपुर्द किए गए। इसी क्रम में मेहुल चोकसी के 2,565 करोड़ की जब्त संपत्ति की नीलामी कर, इससे मिले धन को बैंकों को वापस लौटाया जाएगा।