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क्या है सकारात्मक सोच और कैसे करें इसका का विकास

जब कुछ बुरा होता है जो आपके नियंत्रण से बाहर होता है, तो परेशान होने के बजाय, परिस्थिति के अच्छे पहलुओं की तारीफ करने का प्रयास करें। यहीं हैं पॉजिटिव एटीट्यूड।

by Reeta Rai Sagar
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सेंट्रल डेस्क। सकारात्मक सोच न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छी है, बल्कि यह आपको शारीरिक रूप से भी फिट रख सकती है। लेकिन क्या आपको पता है सकारात्मक सोच है क्या?

आईये जानते है इस रिपोर्ट में:

सकारात्मक सोच का अर्थ है सकारात्मक नज़र के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करना। एक व्यक्ति जो सकारात्मक तरीके से सोचता है, वह अपने आसपास के लोगों और घटनाओं के उज्‍ज्‍वल पक्ष पर ही ध्‍यान केंद्रित करता है। सकारात्मक न सोचना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप वास्तविकता को अनदेखा करें या समस्याओं को हल्के में लें। इसका सीधा सा मतलब है कि आप जीवन में अच्छे और बुरे दोनों पहलुओं को इस उम्मीद के साथ देखते हैं कि चीजें अच्छी होंगी।

सकारात्मक सोच के हैं कई लाभ
सकारात्मक और आशावादी सोच के कई फायदे हैं, अगर आप भी जानना चाहते हैं कि वे आश्चर्यजनक फायदे क्‍या हैं, तो यहां पढ़ि‍ए

वे जीते हैं लंबी उम्र :
जॉन्स हॉपकिन्स के अनुसार, जिन लोगों के परिवार में हृदय रोग का इतिहास है लेकिन सकारात्मक दृष्टिकोण है, वे दिल का दौरा पड़ने के बाद भी ज्‍यादा लंबी जिंदगी जीते हैं। उनमें किसी भी तरह के जोखिम की संभावना एक तिहाई कम होती है।

मजबूत होती है इम्‍यूनिटी:
आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने के प्रमुख तरीकों में से एक सकारात्मक रूप से सोचना है। जब आप सकारात्‍मक तरीके से सोचते हैं, तभी आपकी इम्‍यूनिटी ज्‍यादा बेहतर तरीके से काम करती है और आप बेहतर तरीके से बीमारियों से लड़ पाते हैं।

रक्तचाप को कम करता है:
उच्च रक्तचाप के मुख्य कारणों में से एक बहुत अधिक तनाव है। अगर हम सकारात्मक सोच रखते हैं, तो हम तनाव कम लेते हैं और हमारा रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। इन सब से आप समझ गए होंगे की सकारात्मक रहना बहुत फायदेमंद है |

कैसे करे सकारात्मक सोच का विकास?
सकारात्मक सोच को अपनाने से पहले आपको नकारात्मक सोच पैर काबू पाना होगा। एक बार जब आप नकारात्मक सोच पर काबू पा लेते हैं, तो सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने का समय आ जाता है।

खुश रहें
एक रिसर्च में पाया गया कि जो लोग कोई मुश्किल कार्य करते समय मुस्कुराते हैं वे बाद में उन लोगों की तुलना में अधिक सकारात्मक महसूस करते हैं जो बस उदास बैठे रहते हैं। हालांकि, अगर मुस्कान सच्ची है तो आपको ज़्यादा फ़ायदा होगा।

अपनी परिस्थिति को फिर से डिफाइन करें
जब कुछ बुरा होता है जो आपके नियंत्रण से बाहर होता है, तो परेशान होने के बजाय, परिस्थिति के अच्छे पहलुओं की तारीफ करने का प्रयास करें। उदाहरण के लिए ट्रैफ़िक जाम की स्थिति में तनाव लेने के बजाय, सोचे कि कार होना कितना सुविधाजनक है।

डेली डायरी लिखे
यह बात भले ही अजीब लगे, लेकिन जब आप हर दिन या हफ़्ते बैठकर उन चीज़ों को लिखते हैं जिनके लिए आप आभारी हैं, तो आप अपने जीवन में मौजूद अच्छी चीज़ों पर ध्यान देने के लिए मजबूर हो जाते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोगडेली की डायरी रखते हैं, वे भविष्य के बारे में ज़्यादा आभारी, सकारात्मक महसूस करते हैं। वे बेहतर नींद भी लेते हैं।

अपने सबसे अच्छे भविष्य की कल्पना करें
अपने भविष्य के लिए एक उज्ज्वल नजरिया से विस्तार से सोचें- कैरियर, रिश्ते, स्वास्थ्य, शौक, आदि लिख लें। जब आप कल्पना करते हैं कि आपका जीवन अच्छा चल रहा है, तो शोध बताते हैं कि आप वर्तमान में अधिक खुश रहेंगे।

अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करें
एक सप्ताह तक हर दिन अपनी व्यक्तिगत ताकतों में से किसी एक के बारे में सोचें, जैसे दयालुता, सोशल लाइफ, अनुशासन या क्रिएटिविटी लिखिए कि आप उस ताकत का उस दिन नए तरीकों से कैसे उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। फिर, उस पर अमल करें।

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