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कौन हैं भारतीय मूल के आकाश बोब्बा, जिसे एलन मस्क की कंपनी ‘DOGE’ ने हायर किया है

मेटा, पालेंटिर और ब्रिजवॉटर एसोसिएट्स जैसी प्रमुख तकनीकी कंपनियों में इंटर्नशिप की। उनका रिज़्यूमे एआई, डेटा एनालिटिक्स और फाइनेंशियल मॉडलिंग में विशेषज्ञता को दर्शाता है।

by Reeta Rai Sagar
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सेंट्रल डेस्क : आकाश बोब्बा, एक भारतीय मूल के इंजीनियर हैं। हाल ही में एलन मस्क के ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियेंसी’ (DOGE) द्वारा नियुक्त छह युवा इंजीनियरों में से एक आकाश बोब्बा सुर्खियों में हैं। हायर किए गए छह इंजीनियरों में से सभी 19 से 24 साल के बीच के हैं और उन्हें सेंसेटिव गवर्नमेंट सिस्टम तक पहुंच दी गई है, जिसके बाद से ही विवाद और चिंता बढ़ गई है।

बोब्बा की पहचान तेजी से बढ़ रही

बोब्बा आंतरिक सरकारी रिकॉर्ड में विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं। आकाश सीधे अमांडा स्केल्स, जो DOGE की नवनियुक्त चीफ ऑफ स्टाफ हैं, को रिपोर्ट करते हैं। स्केल्स, जिनका बैकग्राउंड मस्क की AI कंपनी xAI में भर्ती प्रक्रिया में है, ने बोब्बा की तेज़ी से बढ़ती पहचान को और बढ़ावा दिया है। एक इंजीनियर के तौर पर बोब्बा का सफर UC बर्कली में एक प्रमुख कोडर के रूप में शुरू हुआ था और अब उनकी सरकारी नौकरी में यह असाधारण उन्नति के रूप में देखा जा रहा है।

आकाश बोब्बा का बैकग्राउंड

आकाश बोब्बा का शैक्षणिक करियर बहुत ही खास रहा है। उन्होंने UC बर्कली में प्रतिष्ठित मैनेजमेंट, एंटरप्रेन्योरशिप और टेक्नोलॉजी कार्यक्रम में भाग लिया था। इसके साथ ही उन्होंने मेटा, पालेंटिर और ब्रिजवॉटर एसोसिएट्स जैसी प्रमुख तकनीकी कंपनियों में इंटर्नशिप की। उनका रिज़्यूमे एआई, डेटा एनालिटिक्स और फाइनेंशियल मॉडलिंग में विशेषज्ञता को दर्शाता है।

UC बर्कली में उनके एक कलीग, चारिस झांग ने एक घटना को याद करते हुए बताया, जिसमें बोब्बा ने अपनी कोडिंग के ज्ञान का परिचय दिया था। झांग ने बताया कि एक बार उनकी टीम का कोड बेस पूरी तरह से डिलीट हो गया था और टीम घबराई हुई थी। लेकिन बोब्बा शांत रहे, उन्होंने रातोंरात पूरा प्रोजेक्ट फिर से लिखा और समय से पहले उसे सबमिट किया, जिसके बाद उन्हें हाई मार्क्स मिले।

आकाश बोब्बा की महत्वपूर्ण उपलब्धियां

• 19 साल की उम्र : मेटा के लिए AI मॉडल लिखे
• 20 साल की उम्र : पालेंटिर में इंटर्नशिप
• 21 साल की उम्र : बर्कले से स्नातक की डिग्री प्राप्त की
• 22 साल की उम्र : अमेरिकी सरकारी प्रणालियों को फिर से बनाने के लिए संवेदनशील जानकारी तक पहुंच मिली

विवाद क्या है

तमाम उपलब्धियों के बाद अब सवाल है कि फिर आकाश से जुड़ा विवाद क्या है। कहा जा रहा है कि युवा इंजीनियर सरकारी एजेंसियों में उच्च स्तर की पहुंच रखते हैं। सूत्रों के अनुसार, बोब्बा, कोरिस्टाइन, फर्रिटोर और शाओट्रान जैसे चार इंजीनियरों को GSA (जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेशन) में उच्च स्तर की सुरक्षा मंजूरी प्राप्त है, जो उन्हें सभी फिजिकल और आईटी सिस्टम्स तक पहुंच प्रदान करती है।
आलोचक यह मानते हैं कि सरकारी पदों में युवा और अपेक्षाकृत अनुभवहीन व्यक्तियों की मौजूदगी से निगरानी और नियामक नियंत्रण से चिंता पैदा हो सकती है। ‘यह एक असाधारण स्थिति है, जिसमें सार्वजनिक अधिकारी नहीं होने के बावजूद इन व्यक्तियों को सबसे संवेदनशील डेटा तक एक्सेस दी गई है’, यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के पब्लिक पॉलिसी के प्रोफेसर डॉन मोयनीहन ने बताया। कांग्रेस को इस पर कोई वास्तविक नियंत्रण या निगरानी करने की क्षमता नहीं है।

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