Home » झारखंड के बच्चे हायर एजुकेशन के लिए बाहर क्यों नहीं जा पा रहे हैं : भावना बोहरा

झारखंड के बच्चे हायर एजुकेशन के लिए बाहर क्यों नहीं जा पा रहे हैं : भावना बोहरा

छत्तीसगढ़ की विधायक को झारखंड में एनडीए की सरकार बनने की उम्मीद, बन्ना गुप्ता और झारखंड सरकार पर किया हमला।

by Anand Mishra
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

जमशेदपुर : छत्तीसगढ़ के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र की विधायक भावना बोहरा ने जमशेदपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान झारखंड सरकार और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर जमकर हमला बोला। उन्होंने राज्य की मौजूदा स्थिति पर सवाल उठाते हुए पूछा कि झारखंड के बच्चे हायर एजुकेशन के लिए बाहर क्यों जा पा रहे हैं?


“झारखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य की हालत गंभीर है”


उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड को जहां होना चाहिए था, वहां अब भी नहीं है। “वोटबैंक की राजनीति करने वाले नेताओं के कारण राज्य का विकास रुक गया है। हम उम्मीद करते हैं कि इस विधानसभा चुनाव में एनडीए सरकार बनेगी और मोदी जी के नेतृत्व में राज्य आगे बढ़ेगा,” बोहरा ने आशा जताई।
“महिला सुरक्षा और घुसपैठ पर गंभीर सवाल”

भावना बोहरा ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “झारखंड को बने 24 साल हो गए, लेकिन आज भी बच्चों को हायर एजुकेशन के लिए राज्य से बाहर जाना पड़ता है। जब कोई बीमार होता है तो उसे भी इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। आखिर क्यों? अगर राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत होती, तो यह हालात नहीं होते।”


भावना बोहरा ने राज्य में महिला सुरक्षा को एक गंभीर मुद्दा बताया। उन्होंने कहा, “महिलाओं के लिए सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा है। झारखंड में महिलाओं में असुरक्षा की भावना बढ़ी है। अपराधियों को खुलेआम शह मिल रही है, विशेषकर जमशेदपुर में।”


इसके अलावा, उन्होंने झारखंड में घुसपैठियों की बढ़ती संख्या पर भी चिंता जताई। “पिछले पांच सालों में घुसपैठियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। क्या हम झारखंड को बांग्लादेश या मणिपुर बनाना चाहते हैं?” बोहरा ने सवाल उठाया।


“बिजनेस क्लास डरा हुआ है बन्ना गुप्ता से”


बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने भी बन्ना गुप्ता और राज्य सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा, “शहर के बिजनेस क्लास लोग बन्ना गुप्ता से डरते हैं, क्योंकि कई बिजनेसमैन जेल गए हैं और इसलिए वे विरोध नहीं कर पा रहे हैं।”
सिंह ने आगे कहा, “बन्ना गुप्ता दुनिया के इकलौते जनप्रतिनिधि हैं जिन्होंने कदमा क्षेत्र में निजी स्वार्थ के चलते सड़क बंद करा दी। टाटा स्टील के सहयोग से सोनारी के मैदानों को घेर लिया गया। पहले बुजुर्ग यहां आराम से घूमते थे, अब वे यहां नहीं आ सकते।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सोनारी क्षेत्र में एक कब्रिस्तान था, जिसे अब बांग्लादेशी घुसपैठियों से भर दिया गया है। “वोटबैंक की राजनीति के लिए यह सब हो रहा है।” सिंह ने यह भी कहा कि, “बन्ना गुप्ता ने हिंदू जुलूसों को रोका और कोविड काल में डॉक्टर्स को जेल में डालने का काम किया।”


“हर कार्य में निजी स्वार्थ की राजनीति की”

विनोद सिंह ने कहा, “बन्ना गुप्ता ने कोविड के दौरान अपने निजी स्वार्थ के लिए हर प्रकार के कार्य किए। ऐसा कोई सगा नहीं बचा, जिसे बन्ना ने ठगा नहीं।”उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब राज्य में हिंदू जुलूस रोके गए थे, तब मंत्री बन्ना गुप्ता कहां थे? उन्होंने सवाल किया कि क्या यह राजनीति राज्य की भलाई के लिए है या केवल निजी स्वार्थ के लिए?

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: एनडीए की ओर से उम्मीदें

छत्तीसगढ़ की विधायक भावना बोहरा और बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद सिंह के इन हमलों से यह साफ है कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में राज्य में सत्ता परिवर्तन के लिए एनडीए के नेतृत्व में गहरी उम्मीदें हैं। उन्होंने आशा जताई कि इस चुनाव में एनडीए सरकार बनेगी और राज्य में विकास का नया दौर शुरू होगा।

Related Articles