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क्यों कपिल देव को गोली मारना चाहते थे क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता

योगराज सिंह ने पहले एमएस धोनी पर अपने बेटे युवराज सिंह के करियर को खराब करने का आरोप लगाया था। अब योगराज ने धोनी की कप्तानी और निडरता की तारीफ की।

by Reeta Rai Sagar
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स्पोर्टस डेस्क। भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने एक ओर जहां महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की, तो वहीं कपिल देव को उन्होंने गोली मारने की बात कही। यूट्यूबर समदीश भाटिया के साथ एक इंटरव्यू में, युवराज सिंह के पिता पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने क्रिकेट आइकन कपिल देव से जुड़ी एक चौंकाने वाली घटना के बारे में खुलासा किया।

हरियाणा के कप्तान बने तो, बिना किसी कारण के मुझे बाहर कर दिया

योगराज ने दावा किया कि वह एक बार पिस्तौल के साथ कपिल देव से मिलने उनके घर गए थे। उन्होंने कहा कि क्रिकेट टीम से बाहर किए जाने के बाद उसे मारने का इरादा था। योगराज ने कहा, ‘जब कपिल देव उत्तर क्षेत्र और हरियाणा के कप्तान बने तो उन्होंने बिना किसी कारण के मुझे बाहर कर दिया।

आगे उन्होंने बताया कि “मेरी पत्नी ने मुझे उसका (कपिल देव) सामना करने के लिए कहा, लेकिन मैंने इसके बजाय उसे सबक सिखाने का फैसला किया। मैंने अपनी पिस्टल ली और सेक्टर 9 में कपिल के घर गया। वह अपनी मां के साथ बाहर आया। तभी मैं रुक गया।

मां की वजह से नहीं मारी गोली
योगराज का गुस्सा कपिल देव और क्रिकेट के सत्ता के गलियारों में होने वाली राजनीति के परिणामस्वरूप बाहर आई। उन्होंने अपने घर के बाहर कपिल देव का सामना करने की घटना को याद करते हुए कहा कि “मैंने उन्हें एक दर्जन बार गाली दी और उनसे कहा, ‘आपकी वजह से, मैंने सब कुछ खो दिया है। मैं तुम्हारे सिर में गोली मारना चाहता हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा क्योंकि तुम्हारी धर्मपरायण मां यहां खड़ी है। फिर मैं चला गया।

क्रिकेट की राजनीति और विश्वासघात
योगराज ने दिवंगत बिशन सिंह बेदी सहित कपिल देव और अन्य पर अपने करियर के दौरान उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने खुलासा किया कि कैसे खेल की राजनीति ने उन्हें पूरी तरह से खेल छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। आगे उन्होंने बताया कि “इन लोगों ने मेरे खिलाफ साजिश रची। मैंने बिशन सिंह बेदी को कभी माफ नहीं किया। एक सेलेक्टर रविंद्र चड्ढा ने मुझसे कहा कि मुझे इसलिए नहीं चुना गया क्योंकि बेदी को लगा कि मैं सुनील गावस्कर के काफी करीबी हूं। उन्हें लगता था कि मैं गावस्कर का आदमी हूं, क्योंकि मैं मुंबई में खेला था।

शायह इसी कड़वाहट ने योगराज को अपने बेटे युवराज सिंह को क्रिकेट स्टार बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, ‘यही वह समय था जब मैंने फैसला किया था कि मैं क्रिकेट नहीं खेलूंगा। युवी खेलेगा।

अपने बेटे के माध्यम से एक पिता का बदला
युवराज सिंह के नेतृत्व में भारत की 2011 की एकदिवसीय विश्व कप जीत के बाद, योगराज ने कपिल देव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘2011 में जब भारत ने विश्व कप जीता था, तो कपिल देव सिर्फ रोए थे। मैंने उसे पेपर कटिंग भेजते हुए लिखा था कि मेरे बेटे ने विश्व कप में तुमसे बेहतर प्रदर्शन किया।

धोनी की निडरता योगराज सिंह को पसंद आई
योगराज सिंह ने पहले एमएस धोनी पर अपने बेटे युवराज सिंह के करियर को खराब करने का आरोप लगाया था। अब योगराज ने धोनी की कप्तानी और निडरता की तारीफ की। योगराज ने कहा, ‘मैंने धोनी को प्रेरित कप्तान के रूप में पाया है, जिसे पता है कि टीम का मार्गदर्शन कैसे करना है। उन्होंने कहा, ‘उसके बारे में सबसे अच्छी बात विकेट को पढ़ने और गेंदबाजों को यह बताने की क्षमता रही कि उसे कहां गेंदबाजी करनी है।

धोनी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि “मुझे उनके (धोनी) बारे में जो सबसे ज्यादा पसंद आया, वह उनकी निडरता थी। ऑस्ट्रेलिया में, मिशेल जॉनसन ने उसे ग्रिल पर मारा और वह नहीं झुका। अगली ही गेंद पर उन्होंने छक्का जड़ा। ऐसे लोग काफी कम होते हैं।

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