स्पेशल डेस्क, नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात का दौरा पूरा कर स्वदेश वापस आ गये हैं। यात्रा के बाद सबसे बड़ी चर्चा मुस्लिम देशों के साथ भारत के तेजी से मजबूत होते रिश्ते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा में विशेष रूप से एक दिन के लिए UAE गये।
उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान (Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan) के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाने पर जोर दिया। इन सबके बीच एक और बहुत बड़ी घटना हुई।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) ने स्वीडन में कुरान जलाने की घटना के बाद धार्मिक नफरत का मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान द्वारा प्रस्तुत मसौदा प्रस्ताव को अपनाया है। भारत ने इस प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया। पूरे देश दुनिया में इन दोनों घटनाक्रम को एक साथ जोड़कर देखा जा रहा है।
यूएई के दौरे में क्या रहा खास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दौरे पर दोनों देशों केे बीच के कारोबार को अपनी मुद्राओं में शुरू करने को लेकर समझौता किया। भारत अमेरिकी डॉलर में होने वाले कारोबार पर निर्भतरा को कम करने के लिए स्थानीय मुद्राओं में व्यापार को बढ़ावा दे रहा है। इसको लेकर भारत ने कई देशों के साथ कारोबार शुरू किया है।
इसी कड़ी में भारत की यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) को यूएई के इंस्टेंट पेमेंट प्लेटफॉर्म (आईपीपी) से जोड़ने पर दोनों देशों के बीच सहमति बन गयी है।भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, दोनों समझौते सीमा पार लेनदेन और भुगतान को सक्षम करेंगे और अधिक आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देंगे।
इसके साथ दोनों देशों के कार्ड स्विच रुपे और यूएईस्विच को भी जोड़ने पर सहमति जताई गई। आईआईटी दिल्ली का परिसर अबू धाबी में स्थापित करने पर सहमति बन गयी है। इसको लेकर शिक्षा मंत्रालय और अबू धाबी के शिक्षा एवं ज्ञान विभाग (एडीईके) ने समझौते पर हस्ताक्षर किया। कदम आईआईटी को वैश्विक बनाने के अभियान का हिस्सा है।
कॉप- 28 सम्मेलन में सहयोग का वादा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक दुबई में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन या कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज ऑफ द यूएनएफसीसी का आयोजन किया जा रहा है। इसे सामान्य तौर पर कॉप-28 के रूप में जाना जाता है। पीएम मोदी ने यूएई में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के नामित अध्यक्ष सुल्तान अल जाबेर से मिले। कॉप-28 अध्यक्षता के दौरान भारत के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति से कहा कि जिस तरह से हमारे देशों के बीच संबंधों का विस्तार हुआ है, उसमें आपका बहुत बड़ा योगदान है। इससे पहले पीएम मोदी का राष्ट्रपति भवन ‘कसर अल वतन’ में यूएई के राष्ट्रपति ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
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