रांची : रामपुर आजीविका महिला संकुल स्तरीय प्राथमिक स्वावलंबी सहकारी समिति सभागार में मंईयां सम्मान से मंईयां स्वावलंबन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना था। रांची जिले में मंईयां सम्मान योजना से संबंधित लगभग 20 हजार महिला समूहों के बीच बैठक आयोजित की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं और दीदियों ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि का सदुपयोग करते हुए उन्होंने पशुपालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन और ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाया है। दीदियों ने कहा कि बकरी पालन और मुर्गी पालन उनके लिए एटीएम की तरह साबित हो रहा है।
बदल रही तस्वीर
कार्यक्रम में उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने कहा कि राज्य सरकार मंईयां सम्मान योजना के तहत योग्य लाभुकों को 2500 रुपए की राशि प्रदान कर रही है। जिसका उद्देश्य महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है। उन्होंने कहा कि इस राशि से महिलाएं बकरी पालन, मुर्गी पालन, अंडा उत्पादन आदि स्वरोजगार के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकती हैं। जिससे उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य मिलेगा।
आर्थिक रूप से बन रही समृद्ध
मुखिया सरस्वती देवी ने भी कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से उन्होंने कृषि कार्यों में सफलता हासिल की और आर्थिक रूप से समृद्ध हुईं। उन्होंने अन्य महिलाओं को भी इसके लिए प्रेरित किया। उपायुक्त ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे मंईयां सम्मान योजना की राशि का सही इस्तेमाल करें और साइबर अपराधियों से सतर्क रहें। उन्होंने महिलाओं को सलाह दी कि वे अपनी बैंक डिटेल्स और अन्य निजी दस्तावेजों को सुरक्षित रखें व किसी भी धोखाधड़ी से बचें। मौके पर रविशंकर मिश्रा, निशिकांत नीरज, नेहा कुजूर, अनीता देवी और अन्य सम्मानित अतिथि भी उपस्थित थे।