रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़ जिला अंतर्गत रजरप्पा थाना क्षेत्र के भुचुंगडीह में अवैध कोयला खदान में पिछले एक महीने से धधक रही आग के कारण एक मजदूर की मौत हो गई। घटना के बाद प्रशासन और सीसीएल ( सेंट्रल कोल लिमिटेड) के अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिया। लेकिन अब तक लापता मजदूर रविंद्र महतो का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
क्या है घटना
भुचुंगडीह स्थित भैरवी नदी के किनारे अवैध सुरंगनुमा कोयला खदान में आग करीब एक महीने से जल रही थी। आग बुझाने के प्रयास में स्थानीय मजदूरों और सीसीएल कर्मचारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इस दौरान, आग बुझाने के काम में लगे मजदूर रविंद्र महतो अचानक जमीन धंसने से खदान में समा गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविंद्र पाइप से आग बुझा रहे थे, जब यह हादसा हुआ। आग इतनी तेज थी कि आसपास के लोग उन्हें बचा नहीं पाए।
रेस्क्यू ऑपरेशन और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने के बाद सीसीएल और रजरप्पा पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया। रेस्क्यू टीम ने रात भर कोशिश की, लेकिन मजदूर का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। रामगढ़ जिले के डीसी चंदन कुमार और एसपी अजय कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने परिवार को सांत्वना देने के साथ ही प्रशासन द्वारा मुआवजा देने का आश्वासन भी दिया है।
स्थानीय लोगों का आरोप
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले एक महीने से खदान में आग लगी हुई थी, लेकिन प्रशासन और खदान प्रबंधन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उनका कहना है कि इस समय पर आग बुझाने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए गए थे, जिससे यह दुर्घटना हुई। वहीं, सुरक्षा इंतजाम भी पूरी तरह से नदारद थे, जिससे हादसा और भी भयावह हो गया।
आग पर काबू पाने की कोशिशें
जिला प्रशासन, वन विभाग और सीसीएल द्वारा लगातार आग बुझाने की कोशिश की जा रही थी। एक ट्रेंच काटकर फ्लाई ऐश और डस्ट डाला गया था ताकि आग पर काबू पाया जा सके। हालांकि, यह उपाय आग को पूरी तरह से बुझाने में सक्षम नहीं हो पाए थे। सीसीएल और रजरप्पा पुलिस ने माना है कि इस खदान में आग बुझाने में गंभीर लापरवाही हुई है, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया और मुआवजे की घोषणा
रामगढ़ विधायक ममता देवी और हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने भी घटनास्थल का दौरा किया और प्रशासन को हर हाल में आग पर काबू पाने के निर्देश दिए थे। रामगढ़ के जिला प्रशासन ने इस मामले में मुआवजा देने का आश्वासन दिया है और घटना की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित करने की बात कही है।