Home » YSR Congress Party : खेती के लिए राजनीति से संन्यास: जगन मोहन रेड्डी के करीबी विजयसाई रेड्डी का बड़ा फैसला

YSR Congress Party : खेती के लिए राजनीति से संन्यास: जगन मोहन रेड्डी के करीबी विजयसाई रेड्डी का बड़ा फैसला

by Mujtaba Haider Rizvi
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

हैदराबाद : आंध्र प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा नाम और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के बेहद करीबी विश्वासपात्र वी. विजयसाई रेड्डी ने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर सबको चौंका दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि वह 25 जनवरी 2025 को अपनी राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा देंगे। यह कदम आंध्र प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है। वाईएस परिवार के दशकों पुराने सहयोगी विजयसाई रेड्डी पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और चार दशकों से भी अधिक समय से वाईएस परिवार के करीबी सहयोगी रहे हैं। उन्होंने दिवंगत वाई.एस. राजशेखर रेड्डी और उनके बेटे वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी, दोनों की सेवा की है। अपने लंबे राजनीतिक सफर के दौरान रेड्डी ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के लिए एक मजबूत आधार तैयार करने में अहम भूमिका निभाई। अपने फैसले की घोषणा करते हुए विजयसाई रेड्डी ने स्पष्ट किया कि उनका यह निर्णय पूरी तरह से व्यक्तिगत है और इसके पीछे कोई बाहरी दबाव या प्रभाव नहीं है। उन्होंने वाईएस परिवार और जनता के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की और अपने राजनीतिक जीवन में मिले समर्थन को लेकर आभार प्रकट किया।

ईडी की जांच के बीच लिया गया फैसला

रेड्डी के इस इस्तीफे की घोषणा ऐसे समय में आई है जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) काकीनाडा सी पोर्ट्स लिमिटेड (केएसपीएल) मामले में उनकी भूमिका की जांच कर रहा है। ईडी ने हाल ही में रेड्डी को तलब किया था और आरोप है कि उन्होंने अन्य लोगों के साथ मिलकर केएसपीएल के प्रमोटरों को अपने शेयर कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर किया, जिससे मूल निवेशकों को भारी वित्तीय नुकसान हुआ।लगभग दो सप्ताह पहले हैदराबाद में ईडी के समक्ष पेश हुए विजयसाई रेड्डी ने इन आरोपों को लेकर अपनी सफाई दी। हालांकि, उनके इस्तीफे को ईडी जांच से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन रेड्डी ने इसे पूरी तरह खारिज कर दिया है।

कृषि में योगदान देने की योजना

अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए रेड्डी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी भी अन्य राजनीतिक पद, लाभ या आर्थिक फायदे की तलाश में नहीं हैं। साथ ही उन्होंने यह साफ किया कि उनका किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होने का भी कोई इरादा नहीं है। विजयसाई रेड्डी ने अपने भविष्य के प्रयासों के बारे में बताते हुए कहा कि अब उनका ध्यान पूरी तरह से खेती पर होगा। उन्होंने कहा कि वह एक शांत और साधारण जीवन जीने की ओर बढ़ना चाहते हैं और कृषि क्षेत्र में अपने योगदान को बढ़ावा देना चाहते हैं।

आंध्र प्रदेश की राजनीति में बदलाव

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और वाईएस परिवार में उनकी प्रभावशाली भूमिका को देखते हुए, उनका यह फैसला आंध्र प्रदेश की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है। रेड्डी पार्टी के एक महत्वपूर्ण रणनीतिकार थे और उनकी गैरमौजूदगी पार्टी के लिए एक चुनौती बन सकती है। उनके इस कदम ने न केवल आंध्र प्रदेश बल्कि पूरे देश में राजनीतिक हलचल मचा दी है। राजनीति से उनकी विदाई को उनके समर्थक और आलोचक, दोनों ही अलग-अलग नजरिए से देख रहे हैं। विजयसाई रेड्डी का यह फैसला राजनीति से एक नई दिशा में जाने का संकेत देता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह कृषि के क्षेत्र में किस तरह से अपने अनुभव और मेहनत का उपयोग करते हैं और अपनी नई यात्रा को कैसे आगे बढ़ाते हैं।

Related Articles